नमस्ते दोस्तों आज हम आज हम मेरा प्रिय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी पर निबंध (My Favourite Player MS Dhoni Essay In Hindi) लिखेंगे। मेरा प्रिय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी पर निबंध का उपयोग बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।
मेरा प्रिय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी पर निबंध (My Favourite Player Mahendra Singh Dhoni Essay In Hindi)
प्रस्तवना
महेंद्र सिंह धोनी इस नाम से शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जो इस नाम को नहीं जनता हो। धोनी भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारों में से एक है जो भारत में क्रिकेट में विस्फोटक और आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानते है।
महेंद्र सिंह धोनी को फुटबॉल और बैडमिंटन खेलने में रूचि थी। विद्यालय स्तर पर इन्होंने दोनों ही खेलों में उम्दा प्रदर्शन किया था। यही वजह है कि जिला स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए इनका चयन हुआ ।
इंटर-स्कूल प्रतियोगिता में धोनी को जब खेलने का मौका मिला तो धोनी ने बैडमिंटन व फुटबॉल में बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसे देखते हुए उन्हें जिलास्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के लिए चुना गया।
धोनी के गोलकीपर में बेहतरीन प्रदर्शन के कारण फुटबॉल के कोच ने उन्हें लोकल क्रिकेट क्लब में क्रिकेट खेलने के लिए भेजा था। उस समय धोनी का क्रिकेट से दूर -दूर ताकि कोई रिश्ता नहीं था मगर फिर भी उन्होंने अपने अनुभव से विकेट-कीपिंग से सबको प्रभावित कर दिया जिसे देखते हुए कमांडो क्रिकेट क्लब के विकेटकीपर के लिए चुने गये।
महेंद्र सिंह धोनी का परिवार
भारत के महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 में हुआ था महेंद्र सिंह धोनी के माता का नाम देवकी देव और पिता का नाम पान सिंह है। जो साधारण परिवार से है। यह मूल रूप से रांची झारखंड से हैं। महेंद्र सिंह धोनी के बहन का नाम जयंती गुप्ता (बहन) और भाई का नाम नरेंद्र सिंह धोनी धोनी ने अपनी स्कूली शिक्षा डीएवी जवाहर विद्या मंदिर, रांची, झारखंड से की इनके पिता MECON में पंप ऑपरेटर का कार्य करते थे।
फुटबॉल और बैडमिन्टन से क्रिकेट की और रुख करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी मेहनत और हुनर से आज सफल खिलाडी बने और आज इनके पास कोई कमी नहीं है। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के पास रांची के रिंग रोड पर ‘कैलाशपति फार्म हाउस है जो 7 एकड़ में फैला है। सभी क्रिकेट के फंस इनसे बेहद प्यार करते है। महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी का नाम साक्षी महेंद्र सिंह धोनी है। इनकी एक बेटी है जिसका नाम जीवा महेंद्र सिंह धोनी है।
फुटबॉल और बैडमिंटन से क्रिकेट का सफ़र
महेंद्र सिंह धोनी का पसंदीदा खेल फूटबल और बैडमिन्टन था वे कभी क्रिकेट नहीं खेले थे लेकिन अपने पसंदीदा खेल में वे गोलकीपर के काम को बेहतर तरीके से करते थे।
महेंद्र सिंह धोनी के विकेट कीपिंग में अच्छे कौशल को देखकर उनको क्रिकेट में विकेटकीपिंग के लिए मौका दिया गया। जहाँ उन्होंने क्रिकेट में भी विकेटकीपिंग का शानदार प्रदर्शन करते हुए सबको चौका दिया। जिसे देखते हुए कमांडो क्रिकेट क्लब ने उन्हें नियमित रूप से विकेटकीपर के लिए नियुक्त किया गया।
क्रिकेट में विकेट कीपिंग करते करते उन्होंने बल्लेबाजी में भी अपना हाथ साफ़ किया और क्रिकेट खेलते खेलते महेंद्र सिंह धोनी का लगाव क्रिकेट की तरफ बढ़ता ही चला गया और फुटबॉल, बैडमिंटन के सफ़र को धोनी ने क्रिकेट की तरफ मोड़ लिया।
धोनी के सामने लक्ष्य था की वे फुटबॉल और बैडमिंटन की जगह क्रिकेट में महारत हासिल करते हुए एक सफल खिलाडी बनना था। दसवीं कक्षा के बाद से ही धोनी ने क्रिकेट की ओर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया था। जिसके बाद में वे एक अच्छे क्रिकेटर बनकर उभरे।
शांत, धर्यवान और मजकिया मिजाज
महेंद्र सिंह धोनी शांत और धर्यवान स्वभाव के है। महेंद्र सिंह धोनी के जीवन में एक ऐसा मोड़ भी आया जब उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता था। 2002 में एक दुर्घटना में उनकी प्रेमिका की मृत्यु हो गई थी बावजूद इसके उन्होंने खुद को संभाला क्योंकि उस समय वे भारतीय टीम में चुने जाने के लिए मेहनत कर रहे थे इसलिए उन्हें कैप्टिन कूल कहा जाता है। महेंद्र सिंह धोनी बहार से सख्त जरुर दिखाई देते है मगर वे अंदर से नर्म स्वभाव के व्यक्ति है।
माही के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी अपने दोस्तों के साथ जमकर हंसी-मजाक करते हैं। कई बार तो उन्होंने कुछ खतरनाक अंदाज में मजाक कर प्रशंसकों को चौंका दिया था। वे क्रिकेट के मैदान में भी कई बार अपनी टीम के साथ मजाक करने से भी नहीं चुकते थे।
एक बार धोनी ने इशांत के साथ मजाक करते हुए कहा ‘बेटा, तू है 32 का लेकिन तेरा शरीर 52 का है’ ठीक इसी तरह क्रिकेट के खिलाडी ब्रावो का मजाक बनाते हुए बोले की विकेट कीपिंग छोड़कर क्या गेंदबाजी करने लग जाऊ और अपने ही बर्थडे पर धोनी ने अपने गार्ड को भुत बनकर भी पूरी रात डराया था।
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट में प्रवेश
1999-2000 सीज़न के लिए अंडर-19 बिहार की सीनियर रणजी टीम में चुना गया उस समय धोनी की उम्र मात्र 18 साल थी। बिहार और असम के बीच में पहले रणजी मैच में Mahendra Singh Dhoni ने नाबाद 68 रनों की पारी खेली थी और पहली रणजी ट्राफी के साथ विजय हुए।
महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से सबको आश्चर्यचकित कर दिया था जिसमे उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए देवधारी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी जितने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
महेंद्र सिंह धोनी की धुआंधार बल्लेबाजी और शानदार विकेटकीपिंग की बदोलत उन्हें भारतीय टीम के साथ क्रिकेट खेलने क मौका मिला जिसमे उनका पहल वनडे मैच 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में खेला। जिसमे भारत ने बांग्लादेश को 11 रनों से हराया था।
क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड
महेंद्र सिंह धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 331 मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की है। जिसमे 178 मैच जीते और 130 मैच हारे थे। महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में सबसे सफल कप्तान रहे। इनकी टीम चेन्नई सुपर किंग ने 174 मैचों में 104 मैचों जीत दर्ज की थी। क्रिकेट में खिलाडी केवल अपने एक ही हुनर में पारंगत होता है लेकिन महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों में धुरंधर है।
धोनी ने 350 वनडे में 10773 रन बनाए हैं। इसके अलावा 90 टेस्ट मैच में 4876 रन बनाए हैं जो भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विकेटकीपर-बल्लेबाज धोनी के नाम है। धोनी ने टेस्ट में 224 और वनडे में 183 रन बनाने वाले पहले विकेटकीपर कहलाये।
सभी जानते है विकेटकीपिंग में धोनी को महारत हासिल है। जिसमे उन्होंने 195 बार स्टंप आउट किया है। इसके अलावा राजीव गांधी खेल रत्न से भी महेंद्र सिंह धोनी को सम्मानित किया जा चुका है। यह पुरस्कार एक अच्छे खिलाड़ी को दिया जाता है।
उपसंहार
महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में सफल खिलाडी के साथ एक सफल कप्तान भी साबित हुए है। जिस तरह से उन्होंने अपना रुझान फूटबल से क्रिकेट की और लिया है। इससे आजकल के नौजवनों को ये प्रेरणा मिलती है कि अगर इंसान में कार्य करने की रूचि होतो वो किसी भी कार्य में अवश्य सफल हो सकता है।
महेंद्र सिंह धोनी ने आने हुनर से सभी को प्रभावित किया और उनके बनाये गये रिकॉर्ड ने देश का नाम रोशन किया है। आज का हर युवा क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी की तरह बनना है। क्रिकेट के क्षेत्र में क्रिकेट के इतिहास में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे सफल खिलाड़ी में महेंद्र सिंह धोनी का ही नाम लिया जाता है।
तो ये था मेरा प्रिय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी पर निबंध उम्मीद करता हूँ मेरा प्रिय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी पर निबंध(My Favourite Player MS Dhoni Essay In Hindi) आपको जरुर पसंद आया होगा । अगर पसंद आये तो इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।